जीव विज्ञान के तथ्य (Facts of Biology)-5
- ए0टी0पी0 का निर्माण माइटोकोण्ड्रिया में होता है।
- अर्धसूत्री विभाजन तरूण पुष्प कलिकाओं में पाया जाता है।
- भेड़ की चोकला नस्ल से राजस्थान में सर्वोत्तम ऊन मिलती है।
- गाय /बैलों की वे नस्लें जिनकी गाय अच्छी मात्रा में दूध देती है परन्तु बैल कम शक्तिषाली होते है, 'मिल्क ब्रीड' कहलाती हैं।
- यदि पौधे को अंधेरे में उगाया जाय तो वह लम्बा हो जाता है क्योकि उसमें ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है।
- बी0एम0आर0 का अभिप्राय 'बेसिक मेटाबोलिक रेट' है।
- बोटुलिज्म एक प्रकार का भोजन दूषण है जो क्लोस्ट्रिडियम जीवाणु द्वारा होता है।
- व्यापारिक कार्क फ्लोएम से प्राप्त होती है।
- नरियल अधिकांशतया समुद्र के किनारें के प्रदेशों में व्यापक रूप से पाया जाता है क्योंकि इसके फल जल पर तैरते हैं।
- नारियल का फल ड्रूप होता है।
- अर्धसूत्री विभाजन में दो विभाजन होते हैं, एक न्यूनकारी विभाजन तथा एक सूत्री विभाजन ।
- माता-पिता के गुण सन्तान में गुणसूत्र द्वारा स्थानान्तरित होते हैं।
- जीन डी0एन0ए0 के बने होते हैं।
- जब गुणसूत्रों के बिना विभाजन के कोशिका में विभाजन होता है तो उसे असूत्री विभाजन कहते हैं।
- बैक्टीरिया में माइटोकोण्ड्रिया एवं केन्द्रक नहीं होते ।
- समतापी प्राणियों में ताप का नियमन करने वाला मस्तिष्क केन्द्र हाइपोथैलमस है।
- आज्ञा का पालन करना प्रतिवर्ती क्रिया का उदाहरण नही है।
- मनुष्य में मेरू तन्त्रिकाओं की संख्या 31 युग्म है।
- हमारी जीभ पर स्वाद कलिकाएं , जो खट्टे का ज्ञान कराती है जीभ के पार्श्व भाग पर पायी जाती हैं।
- मस्तिष्क के सबसे बाहर का स्तर ड्यूरामेटर होता है।
- मस्तिष्क का जो भाग बुद्वि का भाग कहलाता है, उसे वैज्ञानिक भाषा में सेरीब्रल हेमीस्फियर कहते हैं।
- औद्योगिक प्रक्रमों में जीवधारियों अथवा उसने प्राप्त पदार्थो का उपयोग जैव प्रौद्योगिकी की श्रेणी में आता है।
- हमारे देश में क्लोरेमफेनिकोल प्रतिजैविक का उत्पादन नही होता है , पेनिसिलिन , एम्पिसिलिन एवं टेट्रासाइक्लीन का प्रयोग होता है।
- आनुवांशिकी के अनुसार आर0एच(-) पुरुष और आर0एच0(+) स्त्री विवाह सम्भव है।
- उत्परिवर्तन का सिद्धान्त डी व्रीज ने दिया था ।
- विकास सिद्धान्त के अनुसार मनुष्य व कपि एक ही पूर्वज से विकसित हुआ।
- जीवन का रासायनिक सिद्धान्त ओपेरिन का सिद्धान्त है।
- वनस्पतिशास्त्रियों के अनुसार स्थल पर सर्वप्रथम आने वाले पौधे मास तथा उनके सम्बन्धी पौधे के समान थे ।
- मनुष्य में अवशेषी अंग कर्णपल्लव पेशियां हैं।
- जीवाश्म जैव विकास की विभिन्न अवस्थाओं का रहस्योद्घाटन करते है।
- वनस्पति विज्ञान के जनक थ्रियोफ्रेस्टस थे।
- जीव विज्ञान का जनक अरस्तु थे ।
- मानव शरीर की संरचना का पता लगाने वाला पहला वैज्ञानिक एंड्रियास विसैलियम था।
- वृक्क प्रत्यारोपण में भाई या अत्यधिक निकट सम्बन्धी का वृक्क ही लिया जाता है, क्योकि दोनों के वृक्को का अनुवांशिक संगठन एक जैसा होता है।
- मानव एक मिनट में 16 से 18 बार सांस लेता हैं
- स्तनी प्राणियों में डायाफ्राम का सबसे महत्वपूर्ण कार्य श्वसन विधि में सहायता करना है।
- जब कोई व्यक्ति सांस लेता है तो ऑक्सीजन रूधिर में हीमोग्लोबिन से संयोग करती है।
- श्वसन गुणांक आर0क्यू0 का तात्पर्य उत्पादित कार्बन डाइ-ऑक्साइड तथा प्रयोग में आई ऑक्सीजन का अनुपात है।
- डी0एन0ए0 कुण्डल रचना वाटसन एवं क्रिक ने बतायी थी।
- आर0एन0ए0 में डी0एन0ए0 यूरेसिल तत्व के कारण भिन्नता होती है
- जैव प्रौद्योगिकी विभाग विज्ञान एवं प्रौधोगिकी मन्त्रालय के अधीन है।
- कृत्रिम निशेचन के लिए सांड के वीर्य को द्रव नाइट्रोजन में संचित करते है।
- भ्रूण की जानकारी के लिए सोनोग्राफी विधि सर्वश्रेष्ठ है।
- एन0एम0आर0 चुम्बकीय अनुनाद पर आधारित हैं।
- जीवन की उत्पत्ति जल में हुई।
- मेथेन, हाइड्रोजन, जल तथा अमोनिया ने अमीनो अम्ल का निर्माण किया था, यह स्टैन्ले मिलर ने सिद्ध किया ।
- रचना व कार्य दोनों में समान समरूप अंग होते है।
- लिंगी गुणसूत्र के छोड़कर अन्य गुणसूत्र ऑटोसोम के नाम से जाने जाते है।
- फॉस्फोरस डालने से पौधो के विकास मे सहायता मिलती है।
- पर्णहरित का पौधे में सूर्य के प्रकाश को अवशोशित करके शर्करा का भण्डार करने में प्रयोग किया जाता है।
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