जीव विज्ञान के तथ्य (Facts of Biology)-6
- लाइगेज नामक एन्जाइम का उपयोग डी0एन0ए0 के टुकडों को जोडने के लिए किया जाता है।
- डी0एन0ए0 में शर्करा डीऑक्सीराइबोज में होती है।
- ऊतक संवर्धन के दो पाइलट संयन्त्रों की स्थापना नई दिल्ली व पुणे में की गई।
- वष्पोत्सर्जन में पत्तियों से पानी वाष्प के रूप में निकलता है।
- पेशी में संकुचन कारण मायोसिन व एक्टिन हैं।
- काश्ठ का सामान्य नाम द्वितीयक जाइलम है
- हदय की धड़कन को नियन्त्रित करने के लिए पेसमेकर इस्तेमाल किया जाता है।
- सिनैप्सिस, तन्त्रिका एवं दूसरी तन्त्रिका के बीच होता है।
- अदरक एक तना है जड़ नही, क्योंकि इसमें पर्व व पर्वसन्धियाँ होती हैं।
- प्लाज्मा झिल्ली कोशिका के भीतर तथा बाहर, जल एवं कुछ विलयों के मार्ग का नियन्त्रण करती है।
- फलीदार पादप कृषि में महत्वपूर्ण है क्योकि नाइट्रोजन स्थिर करने वाले जीवाणु का उनमें साहचर्य होता है।
- प्रत्येक गुण सूत्र में कई जीन्स होते है।
- फाइब्रिनोजन , रूधिर में विद्यमान व यकृत में बनता है।
- स्पर्श करने पर छुईमुई पौधे की पत्तियाँ मुरझा जाती हैं क्योकि पर्णाधार का स्फीति दाब बदल जाता है
- पौधे नाइट्रोजन को नाइट्राइट के रूप में ग्रहण करते हैं।
- गर्भ में बच्चे का लिंग निर्धारण पिता के गुणसूत्रों के द्वारा किया जाता है।
- प्रकाश संष्लेशण प्रक्रिया का प्रथम चरण सूर्य के प्रकाश द्वारा पर्णहरिम का उत्तेजन हेता है।
- जल के अणुओं के लिए कोशिका भित्तियों का आकर्षण बल अधिशोषण कहलाता है।
- हमारी जीभ का वह भाग जो मीठा स्वाद बताता है वह अग्रभाग होता है।
- भूमि में मैग्नीशियम तथा लोहे की कमी पौधे में हरिमहीनता का कारण है।
- केले बीजरहित होते हैं क्योकि ये त्रिगुणित होते है।
- वाष्पोर्त्सजन पोटोमीटर से मापा जाता है।
- अन्तःशोषण के कारण जल में रखने पर बीज फूल जाते है।
- प्रकाश तथा अन्धकार दोनों में केवल हरिमहीन कोशिकाओं में श्वसन होता है।
- कार्क के बाहर विलग परत का बनना शरद ऋतु में शाखाओं से पत्तियाँ गिरने का कारण है।
- यदि किसी पुष्प में चमकदार रंग, सुगन्ध तथा मरकन्द होते है, तो कीट परागित होता है।
- वाहिनिकाएँ, वाहिकाएँ काष्ठ तन्तु तथा मृदूतक जाइलम में पाये जाते है।
- व्हेल केवल बच्चे देते है।
- गर्भाशय में विकसित हो रहे भ्रूण को प्लेसेण्टा द्वारा पोषण मिलता है।
- एक निशेचित अण्डे का दो खण्डों में विभाजन हो, तथा दोनों भाग अलग हो जाएँ तो समान जुडवाँ बच्चे पैदा होते हैं।
- वृक्क जब काम करना बन्द कर देता है, तो मनुष्य के रूधिर में से डायलिसिस द्वारा विषाक्त तत्वों को पृथक किया जाता है।
- वृक्कों में मूत्र के निर्माण में केशिका-गुच्छीय फिल्टरन, पुनः अवशोषण तथा नलिका स्रावण क्रिया का क्रम उचित है।
- हाइड्रोपेनिक्स बिना मिटटी की खेती से सम्बन्धित है।
- एपोमिक्सिस का अर्थ बिना लिंगी जनन हुए भ्रूण का निर्माण है।
- अदरक राइजोम है।
- हम सेलुलोज को नही पचा सकते है लेकिन गाय पचा सकती है क्योंकि गायों की आहारनली में ऐसे जीवाणु होते है जो सेलुलोज को पचा सकते है।
- किसी जन्तु द्वारा भोजन ग्रहण करने की क्रिया को अन्तर्ग्रहण कहते हैं।
- कीटपक्षी पौधे कीडों को खाते है क्योकि वे जिस मिट्टी में उगते है, उसमें नाइट्रोजन की कमी होती है।
- अधिपादप (एपीफाइट) ऐसे पौधे है जो केवल आश्रय के लिए अन्य पौधे पर निर्भर करते है।
- माइकोप्लाज्मा सबसे सूक्ष्म स्वतन्त्र रूप से रहने वाला जीव है।
- हरित लवक, माइटोकोण्ड्रिया, केन्द्रक पादप कोशिका में डी0एन0ए0 होता है।
- सीखना व याद रखना सेरीब्रम से सम्बन्धित है।
- फीताकृमि अनॉक्सी-श्वसन करता है।
- यदि संसार के सभी जीवाणु तथा कवक नष्ट हो जाएँ , तो संसार लाशों तथा सभी प्रकार के सजीवों के उत्सर्जी पदार्थों से भर जाएगा।
- हरित लवक में ग्रेना और स्ट्रोमा पाये जाते हैं।
- प्रोकैरियोट वे जीव हैं जिनमें केन्द्रक सुविकसित नहीं होता।
- वनस्पति विज्ञान की वह शाखा जिसमें शैवालों का अध्ययन किया जाता है, फाइकोलॉजी कहलाती है।
- पालन-पोषण द्वारा मानव जाति की उन्नति का अध्ययन यूथेनिक्स कहलाता है।
- मानव खोपड़ी में 22 हड्डियाँ होती हैं।
- 3-4 वर्ष के बच्चे में चवर्णक दाँत नहीं होते।
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