Wednesday 3 May 2017

3 मई (3 May)

3 मई (3 May)




3 मई, 1429 : फ़्रांस की देशभक्त संत जोन ऑफ़ आर्क ने फ़्रांस के कुछ क्षेत्रों के ब्रिटेन के अतिग्रहण से निकालने के लिए अपना ऐतिहासिक विद्रोह आरंभ किया। उन्होंने उस सेना की कमान संभाली थी जो फ़्रांस के नरेश ने उनके हवाले की थी।
3 मई, 1449 : क्रिस्टोफ़र कोलंबस ने अपनी शोध यात्रा के तीसरे चरण में जमाइका द्वीप का पता लगाया और उसको स्पेन का एक भाग बना दिया।
3 मई, 1525 : पुर्तगाली युद्धपोट ने ईरान के द्वीप हुर्मुज़ पर आक्रमण करके इसे अपने नियंत्रण में ले लिया और इसके साथ ही मध्यपूर्व में पश्चिमी साम्राज्य के हस्तक्षेप का काल आरंभ हो गया।3 मई, 1616 – लाऊंदू समझौते के बाद फ्रांस का गृहयुद्ध समाप्त हुआ।
3 मई, 1660 : स्वीडन, पोलैंड, ब्रैंडेनबर्ग और आस्ट्रिया ने ओलिवा शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये।
3 मई, 1701 : फ़्रांस के गणितज्ञ और विख्यात पर्यटक कोन्डामैन का पेरिस में जन्म हुआ। युवाकाल में उन्हें गणित और भूगोल के विषयों से गहरा लगाव था।

Wolfgang Amadeus Mozart

Wolfgang Amadeus Mozart


Wolfgang Amadeus Mozart was born on 27th January 1756 in Salzburg, now a part of Austria. He was a prolific and influential composer of the Classical era. He composed over 600 works, which went ahead to influence the present Western art of Music. He produced the most acknowledged work of symphonic, concerto, chamber, operatic, and choral music. Even Beethoven composed his early works inspired from that of Mozart’s.

Childhood
Wolfgang was born to father Leopold Mozart and mother Anna Maria. Leopold was a minor composer and experienced teacher. At the age of 5, Wolfgang started composing little pieces which were written by his father.

Education
Wolfgang’s formal education was into musical world which was given by his father only. At his childhood only, Mozart showed interest in Clavier and since then his father began teaching him actively. From 1962-73, the family kept moving from places to places in Europe as Leopold wanted to showcase his son’s abilities as a musician. During this time Wolfgang came in contact with many noted musicians and started acquainting himself with their work.

विज्ञान GK (Science GK)-017

विज्ञान GK (Science GK)-017



1. किस रंग के प्रकाश का प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है.-
उत्तर : बैगनी
2. ब्लीचिंग पाउडर का रासायनिक नाम क्या है. -
उत्तर : कैल्सियम हाइपोक्लोरेट
3. वनस्पति तेलों को संतृप्त वसाओं में बदलने के लिए किस गैस का प्रयोग किया जाता है. -
उत्तर : हाइड्रोजन
4. रेडियो एक्टिवता में बीटा किरणें होती हैं-
उत्तर : ऋणावेशित
5. जल एक उत्तम विलायक है क्योंकि-
उत्तर : इसका डाइइलेक्ट्रिक स्थिरांक अधिक है
6. ऊनी कपड़ों की शुष्क धुलाई (Dry Cleaning) में क्या उपयोग में लाया जाता है? -
उत्तर : बैंजीन

अलंकार (Figure of speech)

अलंकार (Figure of speech)

जो किसी वस्तु को अलंकृत करे वह अलंकार कहलाता है।
दूसरे अर्थ में- काव्य अथवा भाषा को शोभा बनाने वाले मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते है।
संकीर्ण अर्थ में- काव्यशरीर, अर्थात् भाषा को शब्दार्थ से सुसज्जित तथा सुन्दर बनानेवाले चमत्कारपूर्ण मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते है।
अलंकार का शाब्दिक अर्थ है 'आभूषण'। मानव समाज सौन्दर्योपासक है, उसकी इसी प्रवृत्ति ने अलंकारों को जन्म दिया है।
जिस प्रकार सुवर्ण आदि के आभूषणों से शरीर की शोभा बढ़ती है उसी प्रकार काव्य-अलंकारों से काव्य की।
संस्कृत के अलंकार संप्रदाय के प्रतिष्ठापक आचार्य दण्डी के शब्दों में- 'काव्य शोभाकरान् धर्मान अलंकारान् प्रचक्षते'- काव्य के शोभाकारक धर्म (गुण) अलंकार कहलाते हैं।
रस की तरह अलंकार का भी ठीक-ठीक लक्षण बतलाना कठिन है। फिर भी, व्यापक और संकीर्ण अर्थों में इसकी परिभाषा निश्र्चित करने की चेष्टा की गयी है।
जिस प्रकार आभूषण स्वर्ण से बनते है, उसी प्रकार अलंकार भी सुवर्ण (सुन्दर वर्णों) से बनते है। काव्यशास्त्र के प्रारम्भिक काल में 'अलंकार' शब्द का प्रयोग इसी अर्थ में हुआ है। इसके अतिरिक्त, प्राचीन काल में इस शब्द का एक और अर्थ लिया जाता था। संस्कृत में, 'अलंकार' शब्द का व्यवहार साहित्य के शास्त्रपक्ष में हुआ है। पहले अलंकारशास्त्र कहने से रस, अलंकार, रीति, पिंगल इत्यादि समस्त काव्यांगों का बोध होता था। हिन्दी में संस्कृत के ही अनुसरण पर महाकवि केशवदास ने 'अलंकार' शब्द का प्रयोग अपनी 'कविप्रिया' में इसी व्यापक अर्थ में किया है।