Saturday 25 March 2017

वाक्य-शुद्धि (Sentence-Correction)

वाक्य-शुद्धि (Sentence-Correction)

वाक्य भाषा की अत्यंत महत्वपूर्ण इकाई होता है। अतएव परिष्कृत भाषा के लिए वाक्य-शुद्धि का ज्ञान आवश्यक है। वाक्य-रचना में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अव्यय से संबंधित या अन्य प्रकार की अशुद्धियाँ हो सकती है। इन्हीं को आधार बनाकर परीक्षा में प्रश्न पूछे जाते हैं।
नीचे कुछ उदाहरण दिए जा रहे है-

(I) संज्ञा-संबंधी अशुद्धियाँ
(1) हिन्दी के प्रचार में आज-भी बड़े-बड़े संकट हैं। (बड़ी-बड़ी बाधाएँ)
(2) सीता ने गीत की दो-चार लड़ियाँ गायीं। (कड़ियाँ)
(3) पतिव्रता नारी को छूने का उत्साह कौन करेगा। (साहस)
(4) कृषि हमारी व्यवस्था की रीढ़ है। (का आधार)
(5) प्रेम करना तलवार की नोक पर चलना है। (धार पर)
(6) नगर की सारी जनसंख्या भूखी है। (जनता)
(7) वह मेरे शब्दों पर ध्यान नहीं देता। (मेरी बात पर)
(8) जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कथा चरितार्थ होती है। (कहावत)
(9) मुझे सफल होने की निराशा है। (आशा नहीं)
(10) इस समस्या की औषध उसके पास है। (का समाधान)
(11) गोलियों की बाढ़। (बौछार)

भारतीय क्रिकेट के रोचक तथ्य (Interesting facts of Indian Cricket)

भारतीय क्रिकेट के रोचक तथ्य
(Interesting facts of Indian Cricket)



1. भारत में पहला क्रिकेट — ओरिएंटलक्रिकेट क्लब,
2. पहला क्रिकेट टेस्ट मैच — इंग्लैंड केखिलाफ लॉर्ड्स में जून 25,1932
3. पहला एकदिवसीय मैच — इंग्लैंड के खिलाफ लोर्ड्स में 13, जुलाई 1974
4. पहला टी -20 मैच — दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध 1 दिसम्बर 2006
5. पहला टेस्ट कप्तान — सी.के नायडू, इंग्लैंड के 1932 के दौरे के लिए
6. पहला वनडे कप्तान — अजीत वाडेकर, 1974
7. पहला वनडे जीता — 1975 में पूर्वी अफ्रीका के खिलाफ कप्तान एस वेंकटराघवन
8. पहला टेस्ट मैच जीता — इंग्लैंड के विरुद्ध मद्रास, 1951-52 में
9. पहला टेस्ट सीरीज जीत — 1952 पाकिस्तान, के खिलाफ
10. भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर पहली टेस्ट सीरीज जीत — 1967-68 न्यूजीलैंड, के खिलाफ
11. विकेट लेने वाले पहला भारतीय गेंदबाज — मोहम्मद निसार
12. अर्धशतक बनाने वाले पहला क्रिकेटर — अमर सिंह

एम एस-वर्ड (MS-Word)

एम एस-वर्ड (MS-Word)


एम एस-वर्ड एक सॉफ्टवेयर है जो वर्ड प्रोसेसिंग कार्य के लिए उपलब्ध हैं विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम (Window Operating System) में । यह एक बहुत ही प्रचलित एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जो न केवल वर्ड-प्रोसेसिंग करता है बल्कि डी. टी. पी. कार्य भी करता है ।

जब आप वर्ड में काम कर रहे होते हैं तो समय-समय पर आपको अपना दस्तावेज सेव करना पड़ता है । इसके लिए आपको ऑटो सेव विकल्प का चयन करना होता है ।