रसायन विज्ञान तथ्य (Facts of Chemistry)-2
1. हीरा स्वयं में एक मूल तत्व होता है (अर्थात, कार्बन)।
2. पेंसिल में लिखने में प्रयोग होने वाला लेड, ग्रेफाइट का बना होता है।
3. फ्यूज में प्रयोग होने वाला तार उच्च प्रतिरोध शक्ति तथा निम्न गलनांक का होता है।
4. जस्ता एक विद्युत अचुम्बकीय पदार्थ है।
5. हीलियम गैस ऑक्सीजन से प्रतिक्रिया नही करती है।
6. अग्निशमन यन्त्र में कार्वनडाई ऑक्साइड गैस का प्रयोग किया जाता है।
7. लोहे पर कलई चढाने के लिए जस्ते का प्रयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया को यशदलेपन (गैल्वनाइजेशन) कहते हैं।
8. आयनिक यौगिक एल्कोहल में अविलेय होते है।
9. एल्युमिनियम चुम्बक के द्वारा आकर्षित नही होती है।
10. पृथ्वी पर लगभग 100 प्रकार के रासायनिक तत्व पाये जाते है।
11. सर्वाधिक स्थायी तत्व ऑक्सीजन है।
12. सोडियम तत्व जल से हल्का होता है।
13. नाइक्रोम एक ऐसा पदार्थ है जो बहुत कठोर तथा बहुत तन्य है।
14. एसिटिलीन का प्रयोग बैल्डिंग उद्योग तथा प्लास्टिक निर्माण करने में प्रयुक्त की जाती है (इसका प्रयोग फलों को सुरक्षित रखने में किया जाता है)
15. एथिलीन का प्रयोग कृत्रिम रूप से फलों को पकाने के लिए किया जाता है।
16. टॉर्चलाइट , विद्युत क्षुरक (शेवर) आदि साधनों में प्रयुक्त बैटरी में सीसा परऑक्साइड और सीसा इलैक्ट्रोड के रूप में प्रयुक्त होता है।
17. कार्बनडाइऑक्साइड को 'शुष्क बर्फ' (ड्राई आइस) भी कहा जाता है।
18. कैंसर के उपचार में कोबाल्ट-60 का प्रयोग किया जाता है।
19. रक्त रोगों के उपचार को ‘‘जीन थैरपी ‘‘ कहा जाता है।
20. क्रायोजेनिक्स, अतिनिम्नताप का विज्ञान है। -273 डिग्री सेल्सियस को परमशून्य ताप भी कहा जाता है।
21. आर0डी0एक्स0 एक विस्फोटक है।
22. खाद्य पदार्थ के परिरक्षण हेतु बेंजोइक अम्ल प्रयोग किया जाता है।
23. फ्लोरोसेन्ट ट्यूब (प्रतिदिप्ति बल्ब या ट्यूब लाइट ) में नियॉन गैस भरी जाती है।
24. सामान्य ट्यूब लाइटों में नियॉन के साथ सोडियम वाष्प होती है।
25. एल0 पी0 जी0 में मुख्यतः ब्यूटेन गैस होती है।
26. नाइट्रोक्लोरोफॉर्म विस्फोटक नही है।
27. आर्सेनिक-74 ट्यूमर, केबाल्ट-60 कैंसर , आयेडिन-131 थायरॉयड ग्रन्थि की सक्रियता, सोडियम-24 रक्त व्यतिक्रम में प्रयोग किया जाता है।
28. बोरोन कार्बाइड व्यापक रूप से हीरे के पश्चात् सबसे कठोर पदार्थ के रूप में प्रयुक्त होता है।
29. एसिटिक एसिड (सिरका) बनाने के लिए शीरा अति उत्तम कच्चा माल है।
30. फ्लिन्ट कॉच का उपयोग कैमरा एवं दूरबीन के लैंस व विधुत बल्ब, पाइरेक्स कॉच का उपयोग प्रयोगशाला के उपकरण आदि, क्रुक्स कॉच का उपयोग धूप चश्मों के लेंस तथा पोटाश कॉच का उपयोग ट्यूब लाइट, बोतलें व दैनिक प्रयोग के बर्तन में किया जाता है।
31. ब्लीचिंग चूर्ण का प्रयोग मुख्य रूप से जल को विसंक्रमित करने के लिए होता है।
32. अम्ल अथवा क्षार के परीक्षण के लिए लिटमस पेपर का प्रयोग किया जाता है। जब लिटमस पेपर लाल से नीला हो जाता है तो क्षार होता है एवं नीले से लाल हो जाता है तो अम्ल होता है।
33. एप्सम लवण का प्रयोग सारक (शोधक) के रूप में होता है।
34. नीला थोथा को कॉपर सल्फेट कहते हैं।
35. एप्सम सॉल्ट को मैग्निशियम सल्फेट कहते हैं।
36. बेकिंग सोडा को सोडियम बाईकार्बोनेट कहते हैं।
37. कास्टिक सोडा को सोडियम हाइड्राक्सॉइड कहते हैं।
38. चूना पत्थर का रासायनिक नाम कैल्सियम कार्बोनेट है।
39. ऑक्सीजन तथा भारी हाइड्रोजन के यौगिक को गुरूजल कहते हैं।
40. हाइपो का रासायनिक नाम है सोडियम थायोसल्फेट है, यह जो फोटोग्राफी में प्रयोग किया जाता है।
41. मैग्निशियम हाइड्रोक्साइड को मिल्क ऑफ मैग्निशिया कहते हैं।
42. चेचक की खोज एडवर्ड जेनर ने की थी ।
43. पेनिसिलीन की खोज अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने की थी ।
44. एक्स रे की खोज डब्ल्यू के0 रोन्टजन ने की थी ।
45. माणिक्य तथा कोरन्डम एल्यूमिनियम के अयस्क होते है।
46. बालू सिलिकन का अयस्क होता है।
47. संगमरमर कैल्सियम से प्राप्त होता है।
48. टाइटेनियम डाईऑक्साइड का प्रयोग सफेद पेंट बनाने के लिए किया जाता है।
49. सोडियम सिलिकेट का प्रयोग शीशा बनाने में किया जाता है।
50. पोटेशियम सल्फेट का प्रयोग क्रत्रिम उर्वरक बनाने मे किया जाता है।
2. पेंसिल में लिखने में प्रयोग होने वाला लेड, ग्रेफाइट का बना होता है।
3. फ्यूज में प्रयोग होने वाला तार उच्च प्रतिरोध शक्ति तथा निम्न गलनांक का होता है।
4. जस्ता एक विद्युत अचुम्बकीय पदार्थ है।
5. हीलियम गैस ऑक्सीजन से प्रतिक्रिया नही करती है।
6. अग्निशमन यन्त्र में कार्वनडाई ऑक्साइड गैस का प्रयोग किया जाता है।
7. लोहे पर कलई चढाने के लिए जस्ते का प्रयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया को यशदलेपन (गैल्वनाइजेशन) कहते हैं।
8. आयनिक यौगिक एल्कोहल में अविलेय होते है।
9. एल्युमिनियम चुम्बक के द्वारा आकर्षित नही होती है।
10. पृथ्वी पर लगभग 100 प्रकार के रासायनिक तत्व पाये जाते है।
11. सर्वाधिक स्थायी तत्व ऑक्सीजन है।
12. सोडियम तत्व जल से हल्का होता है।
13. नाइक्रोम एक ऐसा पदार्थ है जो बहुत कठोर तथा बहुत तन्य है।
14. एसिटिलीन का प्रयोग बैल्डिंग उद्योग तथा प्लास्टिक निर्माण करने में प्रयुक्त की जाती है (इसका प्रयोग फलों को सुरक्षित रखने में किया जाता है)
15. एथिलीन का प्रयोग कृत्रिम रूप से फलों को पकाने के लिए किया जाता है।
16. टॉर्चलाइट , विद्युत क्षुरक (शेवर) आदि साधनों में प्रयुक्त बैटरी में सीसा परऑक्साइड और सीसा इलैक्ट्रोड के रूप में प्रयुक्त होता है।
17. कार्बनडाइऑक्साइड को 'शुष्क बर्फ' (ड्राई आइस) भी कहा जाता है।
18. कैंसर के उपचार में कोबाल्ट-60 का प्रयोग किया जाता है।
19. रक्त रोगों के उपचार को ‘‘जीन थैरपी ‘‘ कहा जाता है।
20. क्रायोजेनिक्स, अतिनिम्नताप का विज्ञान है। -273 डिग्री सेल्सियस को परमशून्य ताप भी कहा जाता है।
21. आर0डी0एक्स0 एक विस्फोटक है।
22. खाद्य पदार्थ के परिरक्षण हेतु बेंजोइक अम्ल प्रयोग किया जाता है।
23. फ्लोरोसेन्ट ट्यूब (प्रतिदिप्ति बल्ब या ट्यूब लाइट ) में नियॉन गैस भरी जाती है।
24. सामान्य ट्यूब लाइटों में नियॉन के साथ सोडियम वाष्प होती है।
25. एल0 पी0 जी0 में मुख्यतः ब्यूटेन गैस होती है।
26. नाइट्रोक्लोरोफॉर्म विस्फोटक नही है।
27. आर्सेनिक-74 ट्यूमर, केबाल्ट-60 कैंसर , आयेडिन-131 थायरॉयड ग्रन्थि की सक्रियता, सोडियम-24 रक्त व्यतिक्रम में प्रयोग किया जाता है।
28. बोरोन कार्बाइड व्यापक रूप से हीरे के पश्चात् सबसे कठोर पदार्थ के रूप में प्रयुक्त होता है।
29. एसिटिक एसिड (सिरका) बनाने के लिए शीरा अति उत्तम कच्चा माल है।
30. फ्लिन्ट कॉच का उपयोग कैमरा एवं दूरबीन के लैंस व विधुत बल्ब, पाइरेक्स कॉच का उपयोग प्रयोगशाला के उपकरण आदि, क्रुक्स कॉच का उपयोग धूप चश्मों के लेंस तथा पोटाश कॉच का उपयोग ट्यूब लाइट, बोतलें व दैनिक प्रयोग के बर्तन में किया जाता है।
31. ब्लीचिंग चूर्ण का प्रयोग मुख्य रूप से जल को विसंक्रमित करने के लिए होता है।
32. अम्ल अथवा क्षार के परीक्षण के लिए लिटमस पेपर का प्रयोग किया जाता है। जब लिटमस पेपर लाल से नीला हो जाता है तो क्षार होता है एवं नीले से लाल हो जाता है तो अम्ल होता है।
33. एप्सम लवण का प्रयोग सारक (शोधक) के रूप में होता है।
34. नीला थोथा को कॉपर सल्फेट कहते हैं।
35. एप्सम सॉल्ट को मैग्निशियम सल्फेट कहते हैं।
36. बेकिंग सोडा को सोडियम बाईकार्बोनेट कहते हैं।
37. कास्टिक सोडा को सोडियम हाइड्राक्सॉइड कहते हैं।
38. चूना पत्थर का रासायनिक नाम कैल्सियम कार्बोनेट है।
39. ऑक्सीजन तथा भारी हाइड्रोजन के यौगिक को गुरूजल कहते हैं।
40. हाइपो का रासायनिक नाम है सोडियम थायोसल्फेट है, यह जो फोटोग्राफी में प्रयोग किया जाता है।
41. मैग्निशियम हाइड्रोक्साइड को मिल्क ऑफ मैग्निशिया कहते हैं।
42. चेचक की खोज एडवर्ड जेनर ने की थी ।
43. पेनिसिलीन की खोज अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने की थी ।
44. एक्स रे की खोज डब्ल्यू के0 रोन्टजन ने की थी ।
45. माणिक्य तथा कोरन्डम एल्यूमिनियम के अयस्क होते है।
46. बालू सिलिकन का अयस्क होता है।
47. संगमरमर कैल्सियम से प्राप्त होता है।
48. टाइटेनियम डाईऑक्साइड का प्रयोग सफेद पेंट बनाने के लिए किया जाता है।
49. सोडियम सिलिकेट का प्रयोग शीशा बनाने में किया जाता है।
50. पोटेशियम सल्फेट का प्रयोग क्रत्रिम उर्वरक बनाने मे किया जाता है।
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