कहानी : कुँए के भूत
एक गाँव में एक गरीब आदमी रहता था। गाँव में उसके पास कोई काम नही था। एक दिन उसकी बीबी बोली शहर जाकर कुछ काम करो, यहाँ तो अब कोई उधार देने को भी नही राजी है। आदमी ने कहा कि ठीक है कल मैं शहर जाऊँगा, मेरे लिए सुबह ही रास्ते के लिए रोटी बना देना। उसकी बीबी ने सुबह तीन रोटी बनाई और उसको देकर कहा जब भूख लगे तो खा लेना। वह आदमी चलते- चलते दोपहर को जंगल में पहुंचा। उसने वहां एक कुँए के किनारे आराम किया। उसे भूख भी लग गयी थी। उसने कुँए से पानी निकाला फ़िर रोटी को देख कर बोला कि " एक खाऊ कि दो खाऊ कि तीनो खा जाऊ "। उस कुँए में तीन भूत रहते थे। उन भूतों ने सोचा कि यह आदमी तो बहुत खतरनाक है और हम सबको खा जाएगा। वे भूत डर गए और उन्होंने उस आदमी से कहा हमें मत खाओ हम तुम्हे अच्छे- अच्छे उपहार देंगे। आदमी समझ गया कि ये भूत उस से डर गए है तो उसने कहा नही मुझे भूख लगी है मेरी भूख मिटाओ नही तो मैं तुम सब को खा जाऊँगा। एक भूत बोला कि मेरे पास एक जादुई लोटा है उस से जो खाना मांगोगे तुम्हे मिल जाएगा। उस आदमी ने कहा तो दो मुझे लोटा, मुझे बहुत भूख लगी है। उस भूत ने उसे लोटा दे दिया। उस आदमी ने उस लोटे से खूब पकवान निकल कर खाए। फ़िर उसने बाकी दोनों भूतो से कहा कि तुम भी कुछ उपहार दोगे कि तुम दोनों को कच्चा चबा जाऊं। उन भूतो ने उसे एक डंडा और रस्सी दिया तथा कहा कि इस से तुम चाहे कुछ भी बाँध लो और चाहे जिसे जितने डंडे मारने को कहो यह उसको मारेगा।
वह आदमी खुश होकर शाम तक अपने घर लौट आया। उसकी बीबी उसे शाम को ही घर देख कर बहुत नाराज हुई और कहा कि घर में कुछ भी खाने को नही है और तुम शहर जाकर कुछ रुपये-पैसे भी नही कमा सके। उस आदमी ने कहा आरी भागवान! मैं बड़ी अच्छी- अच्छी वस्तुएं लाया हूँ। उसकी बीबी ने जब लोटा, डंडा और रस्सी देखा तो जल-भुन कर राख हो गई। लेकिन जब उस आदमी ने उनकी जादुई शक्ति दिखाई तो वह बड़ी खुश हुई। वह दोनों प्रेम से अपने दिन बिताने लगे।
एक दिन उस आदमी का दोस्त आया। उस आदमी और उसकी बीबी ने उस दोस्त को उसकी मनपसंद वस्तुएं उस लोटे से निकाल कर खाने को दी तो उस दोस्त के मन में लोटे के लिए लालच आ गया और जब सब सो गए तो उसने वह लोटा चुरा कर अपना लोटा वहां रख दिया। जब वह आदमी और उसकी बीबी सुबह उठे तो देखा लोटे कुछ भी खाने को नही दे रहा है तो वह समझ गए कि दोस्त ने लोटा चुरा लिया है। उस आदमी ने अपने दोस्त से कहा कि क्या तुमने मेरा लोटा लिया है तो उस दोस्त ने मना कर दिया। फ़िर उस आदमी ने अपनी बीबी से कहा कि रस्सी और डंडा लेकर आओ। उसकी बीबी ने उसे रस्सी और डंडा लाकर दे दिया। उस आदमी ने रस्सी से कहा कि मेरे दोस्त को बाँध दो और डंडे से कहा कि मेरे दोस्त को सौ डंडे मारो। दो-चार डंडे पड़ने पर ही दोस्त ने अपनी गलती मान ली और लोटा वापस कर दिया.
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