Tuesday 1 August 2017

भारतीय इतिहास GK (Indian History GK)-2

भारतीय इतिहास GK (Indian History GK)-2

1. उत्खनन में लोथल से हाथी दाँत निर्मित एक पैमाना प्राप्त हुआ है। जिसका प्रयोग लम्बाई नापने के लिये किया जाता होगा।
2. सिन्धुवासियों को लोहे का ज्ञान नहीं था। कृष्ण अयस लोहे को कहा जाता था।
3. सिन्धु सभ्यता में नीले रंग का साक्ष्य कहीं नहीं था।
4. कपास की सर्वप्रथम खेती सिन्धु निवासियों ने की थी। अत: यूनानियों ने उसे सिन्डन नाम दिया था।
5. हड़प्पा की अर्थव्यवस्था का मूल आधार कृषि था।
6. सम्भवत: 'स्वास्तिक' चिन्ह हड़प्पा सभ्यता की देन है।
7. हड़प्पा सभ्यता काँस्य युगीन सभ्यता है।
8. सैन्धव लोगों को अश्व की जानकारी नहीं थी।
9. 1935 ई.में चन्हूदड़ों नामक नगर की खुदाई अर्नेस्ट मैके के नेतृत्व में की गई।
10. अग्निकूण्ड लोथल एवं कालीबंगा से प्राप्त हुए थे।

11. मौर्य साम्राज्य के नगरीय प्रशासन में एक मण्डल होता था, जिसमें 30 सदस्य होते थे, मण्डल समितियों में विभाजित था, समितियों की संख्या क्या थी। उत्तर :-छ:
12. मौर्योत्तार काल में अधिकांश शिल्पी किस जाति के थे। उत्तर :-शूद्र जाति के
13. ऋग्वैदकाल में 'ईशान' नाम से सम्बोधित किया जाता था। उत्तर :- समिति के सभापति का
14. गुप्तवंश का वह कौन शासक था, जिसने अपनी पुत्री का विवाह वाकाटक के शासक रूद्रसेन से किया था। उत्तर :-चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य
15. सल्तनत काल में स्वतन्त्र कृषि विभाग की स्थापना किस सुल्तान ने की थी। उत्तर :- मुहम्मद तुगलक
16. विजय नगर साम्राज्य का तुलुववंशीय शासक कृष्णदेव राय ने किस प्रसिध्द ग्रन्थ की रचना की थी। उत्तर :- अमुक्त माल्यद
17. अकबर ने जजिया नामक कर (गैर मुस्लिम जनता से व्यक्ति कर के रूप में वसूला जाता था) किस वर्ष बाद बन्द करवाया। उत्तर :- 1564 ई. में
18. मुगलकाल में धार्मिक प्रवृति के व्यक्ति की अनुदान के रूप में दी जाने वाली भूमि को कहा जाता था। उत्तर :- मदद-ए-माश
19. जहाँगीर ने किस चित्रकार को 'नादिर-अल-उस' की उपाधि दी थी। उत्तर :-उस्ताद मंसुर को (यह दुर्लभ पशुओं एवं विरले पक्षियों तथा अनोखे पुष्पों का चित्रकार था)
20. मोहम्मद सालेह द्वारा रचित किस ग्रन्थ में शाहजहाँ के अन्तिम दो वर्षो की जानकारी मिलती है। उत्तर :- अमल-ए-सालेह
21. ऋग्वेद में मछली का नाम नहीं मिलता है।
22. बैदिक लोगों ने सर्वप्रथम तांबे का प्रयोग किया था।
23. ऋग्वेद में केवल एक ही धातु अयस का वर्णन है। सम्भवत: यह कांसा था।
24. ऋग्वेद में सर्वाधिक स्तुति इन्द्र की हुई है।
25. ऋग्वेद के दो ब्राहम्ण है। ऐतरेय एवं कौशीतकी।
26. दिल्ली तथा दोआब का उत्तारी भाग कुरूदेश कहलाता है।
27. यजुर्वेद का प्रमुख देवता प्रजापती है।
28. तीन आश्रमों का वर्णन हमें दान्दोग्य उपनिषद में मिलता है। चारों आश्रमों का सर्वप्रथम विवरण जबाला उपनिषद में मिलता है।
29. महात्मा बुध्द को तथागत तथा शक्य मुनि के नाम से भी जाना जाता है।
30. महात्मा बुध्द का प्रथम उपदेश धर्म चाक्रप्रवर्तन कहलाता है।
31. कैवल्य वह पूर्ण ज्ञान है जो निर्ग्रन्थों को प्राप्त होता है।
32. जैन धर्म में वर्णित त्रिरत्न 1 सम्यक श्रध्दा 2 सम्यक ज्ञान 3 सम्यक आचरण है।
33. महावीर स्वामी का प्रथम सहयोगी गोशाल था।
34. जैन धर्म के ग्रन्थ प्राकृत भाषा में लिखे गये है।
35. द्रविड़ वैष्णव भक्त आलावर कहलाते थे।
36. जूनागढ़ स्थित सुदर्शन झील का निर्माण चन्द्रगुप्त मौर्य ने करवाया था।
37. पुराणों की कुल संख्या अठारह मानी गई है।
38. सिकन्दर के आक्रमण के समय मगध का शासन धननन्द के हाथों में था।
39. अशोक को बौध्द धर्म में दीक्षित करने का श्रेय बौध्द भिक्षु उपगुप्त को प्राप्त है।
40. अशोक के अधिकतर शिलालेखों की लिपि ब्राहम्ी है। परन्तु अपवादस्वरूप अभिलेख भी है, उदारणतया शहबाजगाढ़ी-खरोष्ठि, मानससेहरा-खरोष्ठि, गान्धार-यूनानी।

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